जुदा होने से तो बस, ग़म ही नसीब हुआ, ग़र हम साथ हो जाएँ तो कितना अच्छा है। जुदा होने से तो बस, ग़म ही नसीब हुआ, ग़र हम साथ हो जाएँ तो कितना अच्छा है।
हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...
खुश नही हूं... खुश नही हूं...
वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही बचपन को अलव वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही ...
तेरे ना होने का इंतजार भी नही है, पर अब उदास नहीं हूं मैं! तेरे ना होने का इंतजार भी नही है, पर अब उदास नहीं हूं मैं!
तुमसे नाराज़ तुमसे नाराज़